अंतिम दिनों का मसीह - सर्वशक्तिमान परमेश्वर

Hindi Christian Movie | परमेश्वर में आस्था 2 – कलीसिया के गिरने के बाद | True Stories of Christians

Hindi Christian Movie | परमेश्वर में आस्था 2 – कलीसिया के गिरने के बाद | True Stories of Christians


  जब से चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी सत्ता में आई है, तब से यह लगातार ईसाई धर्म और कैथोलिक धर्म को मानने वाले लोगों का दमन कर रही है और उन्हें यातनाएँ दे रही है। इसकी मंशा चीन से तमाम धार्मिक आस्थाओं का पूरी तरह से उन्मूलन करके, इसे नास्तिकता का गढ़ बना देना है। ख़ास तौर से जब से शी जिनपिंग राष्ट्रपति बना है, तब से तो आस्था पर आक्रमण अपने चरम पर पहुँच गये हैं। यहाँ तक कि आधिकारिक तौर पर स्वीकृत थ्री-सेल्फ़ कलीसिया को भी ध्वस्त किया जा रहा है, क्रूस उखाड़ फेंके जा रहे हैं।

  ईसाई धर्म प्रचारक यू कोंगगुआंग बड़े ही ख़तरनाक ढंग से सीसीपी की सामूहिक गिरफ़्तारी से बच कर निकलता है। उसके बाद, वह थ्री-सेल्फ़ पेट्रियोटिक मूवमेंट कलीसिया के ईसाई चेन सोंग’एन के घर पहुँचता है। चेन सोंग’एन की थ्री-सेल्फ़ पेट्रियोटिक मूवमेंट कलीसिया को सीसीपी दवारा ढहा दिया जाता है। उसके बावजूद, कलीसिया में कुछ लोग, अपने पादरियों और एल्डरों की बातों को सुनने के बाद, सीसीपी शासन के लिये दुआएँ करते हैं। उनका मानना है कि ऐसा करके, वे प्रभु यीशु के इन वचनों का पालन कर रहे हैं, "अपने बैरियों से प्रेम रखो और अपने सतानेवालों के लिए प्रार्थना करो" (मत्ती 5:44)। (© BSI) लेकिन, बहुत से विश्वासी उलझन में पड़ जाते हैं, क्योंकि सीसीपी के लिये बरसों आशीषों की प्रार्थना करने के बावजूद, सीसीपी न केवल प्रायश्चित करने में नाकाम रही, बल्कि उसने तो कलीसिया को ही ढहा दिया। वे सोचते हैं: क्या सीसीपी के लिये प्रार्थना करना सचमुच परमेश्वर की इच्छा के अनुरूप है? इस बात को लेकर सभा में बहस होती है, लेकिन वे लोग किसी नतीजे पर नहीं पहुँच पाते। बाद में, परमेश्वर के वचनों को पढ़कर, और यू कोंगगुआंग व उसके साथियों की सहभागिता से, चेन सोंग’एन और अन्य लोग प्रभु यीशु की शिक्षा "अपने बैरियों से प्रेम रखो।" के सच्चे अर्थ को समझ जाते हैं। वे सीसीपी के परमेश्वर-विरोधी और सत्य से घृणा करने वाले शैतानी सार को भी पहचान जाते हैं। वे लोग साफ़ तौर पर थ्री-सेल्फ़ कलीसिया में पादरियों और एल्डरों का अनुसरण करने और सुरक्षा के लिये सत्तारूढ़ शैतानी शासन पर भरोसा करने के ख़तरनाक नतीजों को भी जान जाते हैं ... 



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