धार्मिक दुनिया के ज़्यादातर लोग यकीन करते हैं कि “पूरा शास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है,” और बाइबल में जो कुछ भी है वे परमेश्वर का वचन है। क्या ऐसा बयान तथ्यों के मुताबिक़ है? बाइबल सिर्फ परमेश्वर की गवाही है, परमेश्वर के कार्य का दस्तावेज़ है, और पूरी तरह से परमेश्वर के वचनों से नहीं बनी है। बाइबल के भीतर, सिर्फ यहोवा परमेश्वर द्वारा बोले गये वचन, प्रभु यीशु के वचन, प्रकाशितवाक्य के भविष्यद्कथन और परमेश्वर की प्रेरणा से दिये गए नबियों के वचन ही परमेश्वर के वचन हैं। इसके अलावा, शेष भाग ऐतिहासिक दस्तावेजों और मनुष्य के अनुभवों की गवाहियों से जुड़ा हुआ है। अगर आप बाइबल की सच्ची अंदरूनी कहानी जानना चाहते हैं, तो कृपया यह वीडियो देखें!
बाइबल क्या है------बाइबल का इतिहास ------बाइबल की उत्पत्ति
बाइबल का अर्थ—बाइबल के बारे में—परमेश्वर क्या कहते हैं