धार्मिक मंडलियों में ज़्यादातर लोग यह मानते हैं कि परमेश्वर के सभी वचन बाइबल में हैं, और बाइबल के बाहर किसी भी बात का उनके कार्य और वचनों से कोई संबंध नहीं है। वे बाइबल के बाहर उनकी वापसी के बारे में उनके कथनों की खोज नहीं करते। इस धारणा से चिपके रहने पर, क्या वे प्रभु की वापसी पर उनका स्वागत कर पायेंगे? क्या परमेश्वर सिर्फ़ बाइबल में मौजूद वचन कहने तक ही सीमित हैं? बाइबल कहती है: "और भी बहुत से काम हैं, जो यीशु ने किए; यदि वे एक एक करके लिखे जाते, तो मैं समझता हूँ कि पुस्तकें जो लिखी जातीं वे संसार में भी न समातीं" (यूहन्ना 21:25)।(© BSI) परमेश्वर कहते हैं: "वह सब जो बाइबिल में लिखा है वह सीमित है और परमेश्वर के सम्पूर्ण कार्य का प्रतिनिधित्व करने में असमर्थ है" (“वचन देह में प्रकट होता है” से)।
Bible Study in Hindi—Wonderful Sermons—Read Online for Free
बाइबल क्या है------बाइबल का इतिहास ------बाइबल की उत्पत्ति