कलीसिया की वीरानी और आत्मा के अंधकार के समक्ष, हमें किस तरह प्रभु के पदचिन्हों की खोज करना चाहिए? प्राचीन काल से ही सच्चा मार्ग उत्पीड़न का शिकार रहा है, और सच्चे परमेश्वर के प्रकटन और कार्य को हमेशा धार्मिक जगत और नास्तिक सरकारों द्वारा सर्वाधिक क्रूर दबाव और अत्याचार तथा सबसे उन्मादी विरोध और निंदा का सामना करते रहना पड़ा है। जैसा कि बाइबल में कहा गया है, "सारा संसार उस दुष्ट के वश में पड़ा है" (1 यूहन्ना 5:19)। (© BSI) अत: सच्चे परमेश्वर अपना कार्य करने के लिए वहीं प्रकट होते हैं, जहां उनकी निंदा करने वाली आवाज़ें सबसे प्रबल होती हैं। यह वह तरीका है जिससे प्रभु के पदचिन्हों को खोजा जा सकता है।
अब अंत के दिन है, यीशु मसीह का दूसरा आगमन की भविष्यवाणियां मूल रूप से पूरी हो चुकी हैं। तो हम किस प्रकार बुद्धिमान कुंवारी बने जो प्रभु का स्वागत करते हैं? जवाब जानने के लिए अभी पढ़ें और देखें।
हिंदी बाइबल स्टडी——दस कुँवारियों का दृष्टान्त——प्रभु के स्वागत के लिए आपकी सहायता हेतु